पित्र दोष एवं पित्र ऋण में अंतर

पित्र दोष एवं पित्र ऋण में अंतर

पितृदोष- अपने पूर्वजों की गलतियों की वजह से या पाप कर्मों की वजह से हम उनके घर में ऐसी संतान के रूप में जन्म लेते हैं जिनके पास पूर्व जन्म में कुछ पाप कर्म एवं अपराध होते हैं जो पित्र ऋणं जैसे दोष  बनते हैं ।
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यह दोष हमारे जीवन में और हमारी आने वाली पीढ़ियों में बहुत विपत्तियां और मुश्किलें लेकर आते हैं। । 

यह कुछ इस तरह से मल्टीप्लाई होते हैं कि हमारे पूर्व जन्म के जो अपराध व हमारे यहां के पूर्वजों के अपराध मिलकर यह बड़ा दोष उत्पन्न कर देते हैं। 
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जीवन में इनका सही ढंग से निवारण कर देना ही ठीक है ।
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पित्र ऋण- यह ऋण केवल उन्हीं लोगों पर होता है जो पुण्य आत्मा होते हैं। जो पूर्व जन्म में भी धार्मिक होते हैं और इस जन्म में भी ईश्वर में आस्था रखने वाले होते हैं ।
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और किसी भक्ति मार्ग किसी, इष्ट, कोई देव या किसी मंत्र शक्ति के साथ जुड़े होते हैं इस जन्म में या पूर्व जन्म में 
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 जिस घर में हमने जन्म लिया है वहां पर कुछ अतृप्त पूर्वज हैं या फिर कोई ऐसा पूर्वज है जिसका तर्पण या पूजा नारायण शीला या कपाली कुंड जैसी जगह पर हुआ है ।
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और वह अब किसी भी अन्य कारण से भी वह अब देव के रूप में है। 
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तो इस तरह के पित्र अपने वंशजों में से सिर्फ हमें चुनते हैं कि हम उनको कुछ तर्पण करें। 
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और जीवन उनके नाम का कोई ना कोई पुण्य करते रहे और उनके अधूरे पुण्य और संकल्पों को पूरा करें। 
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जैसे कोई व्यक्ति कोई धार्मिक स्थान पर दान देने का संकल्प लेकर या सेवा का संकल्प लेकर मर गया पर वह पूरा नही कर नहीं पाया। 
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हमारे पूर्वज सारे वंशजो में से सिर्फ उसी को चुनते हैं जो बहुत पुण्य वान होता है। 
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या जिसके शरीर की ऊर्जा अच्छी होती है, 
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ऐसे लोगों को पित्र ऋण चुकता करने के बाद अध्यात्म सामाजिक एवं आर्थिक लाभ बहुत उच्च स्तर का होता है 

नोट ----- नवरात्रि से मेरे यहां कुछ खास यंत्रों का अनुष्ठान शुरू किया जाता है जो हर साल होता है।

ओर भाग्यशाली लोग, भाग्यशाली परिवार अपने ऐश्वर्या, सुख मान सम्मान और अपनी पीढ़ी को आगे बढ़ाने के लिए इन दिनों में वास्तु यंत्रों, लक्ष्मी यंत्रों, कुबेर यंत्र,  का श्रेष्ठ आचार्यों द्वारा पूरे विधि विधान से निर्माण करवाते हैं। 
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जो पूरा वर्ष उस परिवार को शक्ति प्रदान करते हैं। 
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व्यापारी अपने व्यापार स्थल के लिए, फैक्ट्री के लिए एक खास तरह के वास्तु यंत्रों तथा व्यापार  के लिए लाल डायरी का निर्माण करवाते हैं। 
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इस डायरी में एक बार उधार का पैसा लिख दो, पैसा देने वाले की जान पैसा देकर ही छूटेगी वह कमिटेड रहेगा। 
इसका हर पन्ना अभिमंत्रित होता है.... 
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जहां पर ग्राहक सामान खरीदने आते हैं। 
उस स्थल पर एक खास तरह के आकर्षण यंत्रों को लगाया जाता है। जहां ग्राहक आता अपनी मर्जी से है पर दुकानदार उसको सामान बेचकर ही जाने देता है। 

यह सब संभव है और इसके जानकार लोग जिनको इनका फायदा मिलता है वह साल दर साल यह करवाते हैं और अपना व्यापार वृद्धि करते हैं। 
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इनका बहुत जबरदस्त महत्व है यह पूरा साल शक्ति प्रदान करते हैं। व्यापार वृद्धि और जीवन में प्रफुलता बनाए रखते हैं। 
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इसीलिए इन दिनों का इतना महत्व है। और इन दिनों 
कराए गए अनुष्ठान बहुत सफल माने जाते हैं।

इसके अलावा सभी पाठक कृपया अपने प्रशन एवं समस्या का समाधान  नीचे दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर ही पाएं फेसबुक पर सभी कमेंट का जवाब देना बहुत मुश्किल हो जाता है।

शिवशक्ति उपासक----आचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय
शिष्टाचार ----संपर्क सुत्र अध्यात्म ज्योतिष परामर्श केंद्र रायपुर छत्तीसगढ़
 संपर्क करें-------- व्हाट्सएप नंबर 9425203501

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