29 सितंबर से खुल जाएगा पित्र लोग का द्वार अगले 15 दिन तक विशेष पूजा और नियम से पोस्ट पर लिखा सब प्राप्त कर सकते हैं आओ जाने कैसे।

29 सितंबर  से खुल जाएगा  पित्र लोग का द्वार अगले 15 दिन तक विशेष पूजा और नियम से पोस्ट  पर लिखा सब प्राप्त कर सकते हैं आओ जाने कैसे।

29 सितंबर से  पितृपक्ष शुरू हो रहे हैं । ओर  यह 15 दिन खानदान को समृद्ध बनाने के लिए  होते हैं 

पित्र पक्ष के 15 दिन है, यह निर्धारित करने के लिए कि आप के पूर्वज ही संतान के रूप में आपके घर में जन्म ले ।
:
इन 15 दिनों में आप अपने डीएनए को अपने डीएनए के माध्यम से पुरानी ऊर्जा और यादों के रूप में सृष्टि में मौजूद अपने पितरों अपने पूर्वजों संपर्क कर सकते हैं ।
:
पितर लोक से भरपूर ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं 
आने वाली संतानों के रूप में अपने पूर्वजों को आमंत्रित कर सकते हैं ।
:
आपके पूर्वजों द्वारा हुए पाप या अधूरे कमिटमेंट उन्हें आप पूरा कर सकते हैं ।
:
आप संपूर्ण पित्र दोष और पित्र ऋण खत्म कर सकते हैं तथा अपने खानदान को अपने आने वाली पीढ़ियों को बहुत समृद्ध शाली बना सकते हैं ।

:
श्रावण माह की बरसाते धरती पर आर्द्रता उत्पन्न करती हैं जो जीवन चक्र के लिए बहुत ही उपयुक्त है 
:
फिर प्रथम पूजा गणेश जी की शुरू होती है  उसके तुरंत बाद पित्रलोक का समय शुरू होता है ।
:
आप इन 15 दिनों तक भोग विलास तथा संभोग से दूर रहें तथा उन द्रव्य और रसायनों का सेवन करें जो आपके शरीर को बहुत शुद्ध और मजबूत बनाएं,  
:
नित्य प्रति अपने ही गोत्र के किसी जरूरतमंद को खाना खिलाएं या उसकी मदद करें 
:
इन 15 दिन तक ज्यादातर श्वेत वस्त्र पहने और दूध से बनी हुई वस्तुएं सेवन करें ।
:
जब भी प्यास लगे या तो दूध या पानी में थोड़ा दूध मिला कर पिए ।
:
अगर गाय के गोबर के उपले उपलब्ध हो जाए तो रोज सुबह एक या दो चम्मच खीर गाय के उपले को सुलगा कर उस पर उस खीर का हवन करें और घर में उसकी धूनी दें, 
:
रात के भोजन का त्याग करें केवल दूध लें ।
:
बेशक पुरातन काल में ब्राह्मणों ने आपकी आर्थिक स्थिति देखते हुए 1 दिन का श्राद्ध कर्म करने का महत्व बना दिया हो पर यह क्रम 15 दिन चले बेशक सूक्ष्म रूप में ।
:
15 दिन ना सही तो 14 दिन या जितने आप ज्यादा ज्यादा कर सकते हैं आप करें ।
:
आप अपने गोत्र के व्यक्ति के अलावा उच्च गोत्र या ब्राह्मण को भी भोजन करा सकते हैं ।
:
एक महत्व कौवे को खीर खिलाने का है । आपने सुना भी होगा।

उसका सीधा तो पूर्वजों से कोई संबंध नहीं है पर एक बहुत बड़ा पुण्य यह होता है कि इन्हीं दिनों कौवे संतान उत्पन्न करते हैं उन्हें दूध से बनी हुई चीजों की बहुत जरूरत होती है ।
:
जितने ज्यादा कौवे होंगे वह उतनी ज्यादा बढ़ के पेड़ के फल खाएंगे और बड़ के पेड़ का फल उनके पेट में रहकर ही पेड़ बनने के लायक बनता है ।
:
आप सीधे सीधे बड़ पीपल और नीम इसे त्रिवेणी बोलते हैं इसका पौधारोपण भी कर सकते हैं 
:
यह जैसे जैसे बड़े होंगे आपके सभी ग्रहों को इसकी ताकत मिलेगी और पितृदोष से भी मुक्ति मिलेगी 
:
अंतिम उपाय......अमावस के दिन सफेद सवा मीटर कपड़ा ले लें, उसके एक कोने पर 1 रूपया बांधकर जिस रुपए में गेहूं की बालियां हो  अपने पूर्वजों के नाम से घर में या अलमारी में रख दें 
:
यह उपाय आपने करने हैं 
मेरे यहां 29 सितंबर से पूजन शुरू हो जायेगा  पितर लोग से अपार ऊर्जा पाने के लिए 
:
आप अपनी कुंडली दिखा कर अपना पूजन शुरू करवा सकते हैं 
:
यह पूजन आपके जीवन भर काम आएगा, 
जीवन भर आपको ऊर्जा देगा , घर की बेटियां सुखी हो जाएंगी, आपका धन से संतान से चमड़ी  के रोगों से सुख और मिलेगा 
:
झगड़े क्लेश वगैरा जाते रहेंगे इन दिनों देव कार्य याद देव पूजन इसलिए नहीं होता क्योंकि हम अपने पितरों को समर्पित होते हैं 
:
इन 15 दिनों के बाद ही देव लोक का द्वार खुलेगा तब मां आदिशक्ति पर इस पूरे ब्रह्मांड की स्त्रैण शक्ति और ऊर्जा धरती पर आएगी। 
:
मेरे यहां पित्र दोष का बहुत अच्छे से इलाज किया जाता है आप अपनी जन्म कुंडली दिखा कर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।

नोट --- कुंडली विश्लेषण के बाद ही पित्र दोष की पूजा होती है। उपाय और जो नियम पोस्ट पर दिए गए हैं उनको हर कोई व्यक्ति कर सकता है।

शिव शक्ति उपासक---आचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय
शिष्टाचार --संपर्क सुत्र अध्यात्म ज्योतिष परामर्श केंद्र रायपुर श्याम नगर कृष्ण मंदिर
संपर्क करें-------9425203501+07714070168

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Comment form message

Aacharya Mukti Narayan Pandey Adhyatma Jyotish paramarsh Kendra Raipur

रविवार का पंचांग, Raviwar Ka Panchag, 29 सितम्बर 2024 का पंचांग,

रविवार का पंचांग, Raviwar Ka Panchag, 29 सितम्बर 2024 का पंचांग, सोमवार का पंचांग शनिवार का पंचांग रविवार का पंचांग , Raviwar Ka Panchag, 29...