शनिवार का पंचांग, Shaniwar Ka Panchag, 5 फरवरी 2022 का पंचांग,By


शनिवार का पंचांग, Shaniwar Ka Panchag, 5 फरवरी 2022 का पंचांग,

 
9221
शनिवार का पंचांग

आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें


Shaniwar Ka Panchag, शनिवार का पंचांग,

5 फरवरी 2022 का पंचांग, 5 Febuary 2022 ka Panchang,

  • Panchang, पंचाग, ( Panchang 2021, हिन्दू पंचाग, Hindu Panchang ) पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-


1:- तिथि (Tithi)
2:- वार (Day)
3:- नक्षत्र (Nakshatra)
4:- योग (Yog)
5:- करण (Karan)


पंचाग (panchang) का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचाग (panchang) का श्रवण करते थे ।
जानिए शनिवार का पंचांग, (Shanivar Ka Panchang), आज का पंचांग, aaj ka panchang,।

  • शनिवार का पंचांग, (Shanivar Ka Panchang, )
    5 फरवरी
      202का पंचांग, 5 Febuary 2022 ka Panchang,
  • दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।
  • शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।
  • शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए

    शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती हैशनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।

अवश्य पढ़ें, बसंत पंचमी इसलिए मनाई जाती है, ऐसे मनुष्य ने सीखा बोलना,

* विक्रम संवत् 2078,
* शक संवत – 1943,
* कलि संवत 5123
* अयन – उत्तरायण,
* ऋतु –शरद ऋतु,
* मास – 
माघ माह,
* पक्ष – शुक्ल
 पक्ष
*चंद्र बल – मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुंभ, मीन।

  • तिथि (Tithi)- पंचमी, बसंत पंचमी, 3.46 AM 6 फरवरी तक
  • तिथि का स्वामी – पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता है।

आज माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि अर्थात बसंत पंचमी का पर्व है । पंचमी तिथि शनिवार, 5 फरवरी को प्रात: 03 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होगी, जो अगले दिन रविवार, 6 फरवरी को प्रात: 03 बजकर 46 मिनट तक रहेगी।

शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के बाद और दोपहर से पहले किया जाना बहुत ही शुभ माना जाता है। बसंत पंचमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट. यानि 5 घंटे 28 मिनट तक का रहेगा।

27 साल के बाद चंद्रमा मीन राशि में होने की वजह से इस बार की बसंत पंचमी बेहद शुभ मानी जा रही है।

बसंत पंचमी पर सिद्ध, साध्य और रवि योग के त्रिवेणी योग में विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाएगी।

बसंत पंचमी मां सरस्वती की पूजा का दिन है इस दिन इस को श्रीपंचमी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी के मौके पर सरस्वती माता का आगमन पृथ्वी पर हुआ था।

बसंत पंचमी को पीले पुष्पों से मां सरस्वती की पूजा की जाती है, उन्हें पीले वस्त्र भेंट किए जाते हैं। बसंत पंचमी पर पीले रंग का विशेष महत्व है। इसीलिए इस दिन पीले वस्त्र पहनने की भी परंपरा है।

“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महा सरस्वत्यै नम:” ॥

माना जाता है कि इसी दिन से बंसत ऋतु का आरंभ होता है. सर्दी का जाना शुरू हो जाता है।

शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी का दिन दोषमुक्त है, इस दिन अनबूझ मुहूर्त माना गया है, जिसके चलते जिन जोड़ों के विवाह का मुहूर्त नहीं निकल रहा है, वह भी इस दिन शादी कर सकते है ।

आज का दिन शिक्षा प्रारंभ करने या किसी नए कार्य की शुरूआत, मुंडन, गृह प्रवेश आदि के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।

मान्यता है कि इस दिन प्रेम के देवता कामदेव अपनी पत्नी रति के साथ पृथ्वी पर आते हैं, इसलिए जो पति-पत्नी इस दिन भगवान कामदेव और देवी रति की पूजा करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है ।

अवश्य पढ़ें :- अवश्य पढ़ें :- अगर लाख चाहने के बाद भी पढ़ाई में मन ना लगाए, अच्छे नंबर लाने में शंका हो तो पढ़ाई में मेहनत के साथ साथ अवश्य करें ये उपाय

कैसा भी सिर दर्द हो उसे करें तुरंत छूमंतर, जानिए सिर दर्द के अचूक उपाय

नक्षत्र (Nakshatra)- उत्तर भाद्रपद सांय 16.09 PM तत्पश्चात रेवती

नक्षत्र के स्वामी :-   उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के देवता अहिर्बुंधन्य देव, स्वामी शनि देव जी एवं वहीं राशि स्वामी गुरु है।

उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र 27 नक्षत्रों में 26वां नक्षत्र है। उत्तर भाद्रपद नक्षत्र वैवाहिक आनंद, सुख समृद्धि और शक्ति का प्रतीक है। यह प्रकाश की किरण, संसार को खुशियों का आशीर्वाद देता है।

शनि और गुरु में शत्रुता है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के जातको पर जीवन भर शनि और गुरु का प्रभाव रहता है ।

उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का आराध्य वृक्ष : नीम तथा स्वाभाव शुभ माना गया है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र सितारे का लिंग पुरुष है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक पर जीवन भर शुक्र एवं राहु ग्रह का प्रभाव बना रहता है।

उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति धार्मिक, कुशल वक्ता, यशस्वी, परोपकारी और धनवान होते है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को सन्तान पक्ष से सुख की प्राप्ति होती है। इनका पारिवारिक जीवन भी सुखमय रहता है।

इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति को हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए, इनको पीपल की सदैव / विशेषकर शनिवार को तो अवश्य ही सेवा करनी चाहिए ।

उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के लिए भाग्यशाली अंक क्या हैं 6 और 8, भाग्यशाली रंग बैगनी तथा भाग्यशाली दिन गुरुवार, मंगलवार और शुक्रवार होता है ।

उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में जन्मे जातको को तथा जिस दिन यह नक्षत्र हो उस दिन सभी को इस नक्षत्र देवता के नाममंत्र:- ॐ अहिर्बुंधन्याय नमःl मन्त्र की माला का जाप अवश्य करना चाहिए ।

सुखी दाम्पत्य जीवन, प्रेम में सफलता के लिए बसंत पंचमी के दिन अवश्य करें ये उपाय 

  • योग(Yog) – सिद्द 17.42 PM तक तत्पश्चात साध्य
  • प्रथम करण : – बव 15.40 PM तक
  • द्वितीय करण : – बालव 3.46 AM, रविवार 6 फरवरी तक
  • गुलिक काल : – शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6 से 7:30 बजे तक ।
  • राहुकाल (Rahukaal)-सुबह – 9:00 से 10:30 तक।
  • सूर्योदय – प्रातः 06:49
  • मुहूर्त (Muhurt) –

“हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

5 फरवरी 2022 का पंचांग, 5 Febuary 2022 ka panchang, aaj ka panchang, aaj ka rahu kaal, aaj ka shubh panchang, panchang, saturday ka panchang, shanivar ka panchang, Shaniwar Ka Panchag, shanivar ka rahu kaal, shanivar ka shubh panchang, आज का पंचांग, आज का राहुकाल, आज का शुभ पंचांग, पंचांग, शनिवार का पंचांग, शनिवार का राहु काल, शनिवार का शुभ पंचांग, सैटरडे का पंचांग

ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय 07714070168
( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष  विशेषज्ञ ) 9425203501

दोस्तों यह साईट बिलकुल निशुल्क है। यदि आपको इस साईट से कुछ भी लाभ प्राप्त हुआ हो, आपको इस साईट के कंटेंट पसंद आते हो तो मदद स्वरुप आप इस साईट को प्रति दिन ना केवल खुद ज्यादा से ज्यादा विजिट करे वरन अपने सम्पर्कियों को भी इस साईट के बारे में अवश्य बताएं …..धन्यवाद ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Comment form message

Aacharya Mukti Narayan Pandey Adhyatma Jyotish paramarsh Kendra Raipur

दशहरे के उपाय, dussehra ke upay, दशहरा 2024,

दशहरे के उपाय, dussehra ke upay, दशहरा 2024, दशहरे के उपाय, dussehra ke upay, dussehra 2024, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को सत्य प...