लड़की की शादी में हो रही देरी का यह हो सकता है कारण, जानें उपाय
किसी माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता उसकी बेटी के विवाह को लेकर रहती है। बेटी के विवाह को लेकर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। योग्य वर के लिए कभी लड़का पसंद नहीं आता तो कभी दोनों की कुंडली मिलान नहीं हो पाती। इस कारण से विवाह में देरी होने लगती है। ज्योतिष में किसी लड़की के विवाह में हो रही देरी के कारण हो सकते हैं जिनमें लड़की की कुंडली में गुरु के कमजोर होने से ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष में गुरु को प्रबल बनाने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं।
1- अगर किसी कन्या के विवाह में बार-बार अड़चने आ रही है तो सोमवार के दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं।
2- गुरुवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाने से कुंडली से गुरु संबंधित ग्रह दोष कम हो जाता है।
3- गुरुवार के दिन व्रत रखें और केले के पौधे की पूजा करें।
4- भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाह कार्य जल्दी संपन्न हो जाता है।
5- गुरुवार के दिन गरीबों को खाने की पीले रंग की चीजों का दान करना चाहिए और पीला वस्त्र धारण करें।
कुंडली में विवाह के लिए कारक ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में हर एक ग्रह की भूमिका होती है। विवाह के लिए गुरु ग्रह का प्रबल होना बहुत ही जरूरी होता है। ज्योतिष गणना के अनुसार जब गुरु पंचम भाव में द्दष्टि डालता है तो विवाह के लिए एक मजबूत योग का निर्माण होता है। अगर एक साल के लिए किसी जातक की कुंडली में गुरु पंचमेश के साथ एकादश भाव में बैठता है तो एक साल के अंदर विवाह होने की संभावना ज्यादा होती है। इसके अलावा विवाह में सहायक गुरु ग्रह के साथ शुक्र, चंद्रमा और बुध का योग भी प्रभावी होता है।
कुंडली में विवाह के लिए बाधक योग
अगर किसी जातक की कुंडली में गुरु की दृ्ष्टि पंचम भाव में पड़ने से विवाह के योग बना रहा हो लेकिन उसी समय एकादश भाव में राहू आकर बैठता है तब यह योग विवाह के लिए अशुभ माना जाता है। विवाह तय होने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके आलावा गुरु के पंचम स्थान पर अगर अशुभ ग्रह आकर बैठ जाते हो यह विवाह में बाधक बनते हैं। ये अशुभ ग्रह है शनि, राहु और केतु।
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