Shukrwar ka panchag, शुक्रवार का पंचांग, 10 नवम्बर 2023 का पंचांग,


Shukrwar ka panchag, शुक्रवार का पंचांग, 10 नवम्बर 2023 का पंचांग,

आप सभी को धनतेरस पर्व की हार्दिक शुभकामनायें

गुरुवार का पंचांग शनिवार का पंचांग

शुक्रवार का पंचांग, Shukrwar ka panchag, 10 नवम्बर 2023 ka Panchang,

शुक्रवार का पंचांग, shukrwar ka panchang,

  • Panchang, पंचाग, Panchang 2023, हिन्दू पंचाग, Hindu Panchang, पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

    1:- तिथि (Tithi)
    2:- वार (Day)
    3:- नक्षत्र (Nakshatra)
    4:- योग (Yog)
    5:- करण (Karan)


    पंचाग (panchang) का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी नित्य पंचाग (panchang) का श्रवण करते थे ।
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    10 नवम्बर 2023 का पंचांग, 10 November 2023 ka Panchang,

  • महालक्ष्मी मन्त्र : ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
  •  
  • ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥


आज का पंचांग, aaj ka panchang,

  • *विक्रम संवत् 2080,
  • * शक संवत – 1945,
    *कलि संवत – 5124
    * अयन – दक्षिणाणन,
    * ऋतु – शरद ऋतु,
    * मास – कार्तिक माह
    * पक्ष – कृष्ण पक्ष
    *चंद्र बल – मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन,

शुक्रवार को शुक्र देव की होरा :-

प्रात: 6.39 AM से 7.33 AM तक

दोपहर 12.59 PM से 1.53 PM तक

रात्रि 19.41 PM से 8.47 PM तक

दाहिने हाथ के अंगूठे से नीचे के हिस्से ( शुक्र का स्थान ) और अंगूठे पर थोड़ा सा इत्र लगाकर, ( इत्र ना मिले तो उसके बिना भी कर सकते है) बाएं हाथ के अंगूठे से उस हिस्से को शुक्र की होरा में “ॐ शुक्राये नम:” या

‘ॐ द्रांम द्रींम द्रौंम स: शुक्राय नम:।’ मंत्र का अधिक से अधिक जाप करते हुए अधिक से अधिक रगड़ते / मसाज करते रहे ( कम से कम 10 मिनट अवश्य )I

यह उपाय आप कोई भी काम करते हुए चुपचाप कर सकते है इसके लिए किसी भी विधि विधान की कोई आवश्यकता नहीं है I

सुख समृद्धि, ऐश्वर्य, बड़ा भवन, विदेश यात्रा, प्रेम, रोमांस, सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए शुक्रवार की होरा अति उत्तम मानी जाती है ।

शुक्रवार के दिन शुक्र की होरा में शुक्रदेव देव के मंत्रो का जाप करने से कुंडली में शुक ग्रह मजबूत होते है, पूरे दिन शुभ फलो की प्राप्ति होती है ।

शुक्र देव के मन्त्र :-

ॐ शुं शुक्राय नमः।। अथवा

” ॐ द्राम द्रीम द्रौम सः शुक्राय नमः “।।

धनतेरस पर कुबेर जी की ऐसे करें पूजा, घर पर होगी धन की वर्षा, जानिए कैसे करें कुबेर देव को प्रसन्न,

धनतेरस के दिन यह खरीदने से घर से दरिद्रता का होगा नाश, लक्ष्मी जी का होगा वास, इस लिए धनतेरस पर अवश्य ही यह अनिवार्य रूप से खरीदें,

  • कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है, त्रियोदशी तिथि दोपहर 12.36 पर शुरू हो जाएगी । इस दिन से ही 5 दिवसीय दीपावली के पर्वो की शुरुआत हो जाती है ।

    कार्तिक माह (पूर्णिमान्त) की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। भगवान धन्वन्तरि को देवताओं के चिकित्सक के रूप में भी जाना जाता है ।

    भगवान धन्वन्तरि जी भगवान श्री विष्णु जी का अवतार माना जाता है ।

    चूँकि धन्वन्तरि जी कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए ही इस अवसर पर ताम्बे, पीतल, चाँदी के बर्तन खरीदने की भी परम्परा है, मान्यता है कि ऐसा करने से घर में लक्ष्मी माँ का आगमन होता है ।

    धनतेरस के दिन यथासंभव लोहे, स्टील, अल्मुनियम या काँच के बर्तनो को नहीं खरीदना चाहिए ।

    धनतेरस के दिन देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव जी का पूजन महान फलदाई माना जाता है, इस दिन कुबेर देव का पूजन करने से सुख – समृद्धि के योग प्रबल होते है ।

    धनतेरस के दिन बर्तनो, सोने, चाँदी के आभूषण, भूमि, वाहन आदि खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है । ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी वस्तु खरीदी जाती है उसमें 13 गुना वृद्धि होती है ।

    धनतेरस के दिन झाडू, सूखा धनिया भी खरीदना चाहिए । धनिया को पूजा में रख कर दीपावली के अगले दिन घर के गमले में बो दिया जाता है इससे भी धन आगमन का मार्ग प्रशस्त होता है ।

    इस वर्ष 2023 में धनतेरस के दिन दोपहर के समय शुक्र की होरा 1 बजे से 1.57 के बीच में 800 ग्राम खड़ा नमक और 8 किलो ( 8 पैकेट ) नमक और दो किलो चीनी अवश्य ही खरीद कर लाएं और अगले दिन से ही इन दोनों चीजों का प्रयोग शुरू कर दें ( खड़े नमक को भी थोड़ा थोड़ा पीस कर हर बार पैकेट वाले नमक के साथ मिलाकर उसका उपयोग करें ) ।

    शुक्रवार माँ लक्ष्मी का दिन है और लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का यह बहुत ही अचूक उपाय है ।

    धनतेरस के दिन से रात्रि में दीपक जलाने शुरू हो जाते है । धनतेरस के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर 2 बड़े दीपक और इसके अलावा 13 दीपक और जलाये जाते है ।

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  • नक्षत्र ( Nakshatra ) : हस्त

    नक्षत्र के स्वामी :–   हस्त नक्षत्र के देवता सुर्य और स्वामी चंद्र देव जी है ।

    आकाश मंडल में हस्त नक्षत्र को 13 वां नक्षत्र माना जाता है। यह आकाश में हाथ के पंजे के आकार में फैला सा नज़र आता है जो शक्ति, एकता, ताकत तथा भाग्य का प्रतीक है।

    यह नक्षत्र विजय, बुद्दिमता और जीवन जीने की ललक को प्रदर्शित करता है। इस नक्षत्र का आराध्य वृक्ष : चमेली रीठा तथा स्वाभाव शुभ माना गया है।

    हस्त नक्षत्र सितारे का लिंग पुरुष है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक पर जीवन भर चंद्र और बुध का प्रभाव बना रहता है।

    हस्त नक्षत्र के लिए भाग्यशाली संख्या 2 और 5, भाग्यशाली रंग, गहरा हरा, भाग्यशाली दिन सोमवार, शुक्रवार और बुधवार माना जाता है ।

    हस्त नक्षत्र में जन्मे जातको को तथा जिस दिन यह नक्षत्र हो उस दिन सभी को “ॐ सावित्रे नम: “। मन्त्र माला का जाप अवश्य करना चाहिए ।

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    योग(Yog) :- विश्वकामभ 17.06 PM पर तत्पश्चात प्रीति

    योग के स्वामी, स्वभाव :-  विष्कम्भ योग के स्वामी यम एवं स्वभाव हानिकारक है ।

    प्रथम करण : – गर 10.24 AM तक

    करण के स्वामी, स्वभाव :-   गर करण के स्वामी भूमि तथा स्वभाव सौम्य है । 

    द्वितीय करण :- तैतिल

    करण के स्वामी, स्वभाव :-  तैतिल करण के स्वामी विश्वकर्मा जी और स्वभाव सौम्य है । 

    • गुलिक काल : – शुक्रवार को शुभ गुलिक प्रात: 7:30 से 9:00 तक ।
    • दिशाशूल (Dishashool)- शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है ।

      यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दही में चीनी या मिश्री डालकर उसे खाकर जाएँ ।
    • राहुकाल (Rahukaal)-दिन – 10:30 से 12:00 तक।
    • सूर्योदय -प्रातः 06:39
    • सूर्यास्त – सायं : 17:30
    • विशेष – द्वादशी के दिन तुलसी तोड़ना , यात्रा करना, मसूर की दाल खाना वर्जित है ।
    • पर्व त्यौहार-
    • मुहूर्त (Muhurt) –

अवश्य पढ़ें :-धनतेरस के दिन इस उपाय से पूरे वर्ष धन की यही होगी कोई कमी, धनतेरस के दिन अवश्य करें ये अचूक उपाय,

  • “हे आज की तिथि ( तिथि के स्वामी ), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

    आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

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    ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय
    ( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष विशेषज्ञ )

    9425203501+07714070168
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