माणिक्य रत्न पहनने से पहले जानें, इसके लाभ…

माणिक्य रत्न पहनने से पहले जानें, इसके लाभ…


 

सूर्य का रत्न माणिक्य उनके अनुसार माणिक्य नग जो कि सूर्य का होता है, उसको प्राण-प्रतिष्ठित करने के लिये हमें 7000 मंत्रों का जप करना चाहिये। मंत्र है-ऊॅं घृणिः सूर्याय नमः। इस मंत्र को हमें 7000 हजार बार उच्चारित करना चाहिये।

उच्चारण किसी सुयोग्य ब्राम्हण के द्वारा या आप स्वयं भी इसका उच्चारण कर सकते हैं। प्राण-प्रतिष्ठा करते समय हमें एक आसन पर बैठना चाहिये। शुद्ध जल से रत्न को स्नान करायें।

पुण्य चंदन, धूप-बत्ती लेकर हमें रविवार से मंत्र जाप शुरू करना चाहिये तथा दूसरे रविवार को मंत्र जाप के बाद इ सनग को धारण करना चाहिये। धारण करते समय सूर्य देवता की मूर्ति है तो आप उसको अपने समक्ष रखें।

 अध्यात्म ज्योतिष परामर्श केंद्र श्याम नगर रायपुर आचार्य मुक्ति नारायण पांडेय संपर्क सूत्र:9425203501+07714070168



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