जब चन्द्रमा प्रथम भाव में हो,तो कौन से रत्न पहने…

जब चन्द्रमा प्रथम भाव में हो,तो कौन से रत्न पहने…


मोती एक शुभ रत्न है क्योंकि चन्द्रमा (चंद्र) शुभ ग्रह माना जाता है। क्रोधी स्वभाव के व्यक्तियों को अगर मोती पहनाया जाए उनका क्रोध कम हो जाता है। अगर पति पत्नी में झगड़ा होता रहता हो तो मोती धारण करने से कुछ शान्ति आ सकती है। ब्लडप्रैशर जिनका अधिक रहता हो उनको भी मोती धारण करना लाभदायक रहता है।जिनको हार्ट ट्रबल रहता हो अथवा जो लोग हमेशा चिन्ताग्रस्त रहते है। उनको मोती धारण करने से राहत मिलती है।चन्द्रमा की विभिन्न भावों में स्थित मोती का क्या प्रभाव दर्शाती हैं नीचे दिया गया है –

चन्द्रमा प्रथम भाव में हो तो जातक का मन अत्यन्त शान्त रहते है मोती धारण करने से इस दिशा में अधिक लाभ रहता है।

1.मेष लग्न – चन्द्रमा चतुर्थेश बन कर लग्न में स्थित होता है। अतः मोती धारण करना घरेलू सुख में वृद्धि करता है। माता,मकान,वाहन का सुख मिलता है। राजनीतिज्ञ हो तो जनता का भरपूर समर्थन मिलता है।

2.वृष लग्न – चन्द्रमा तृतीयेश होकर लग्न में उच्च राशि में स्थित होता है। अतः मोती धारण करने से जातक अपनी मेहनत से अपने भाग्य का निर्माण करता है। जातक स्वयं निर्मित होता है। अतः मोती अवश्य धारण करें।

3. मिथुन लग्न- चन्द्रमा द्वितीयेश होकर लग्न में स्थित होता है। अतः मोती धारण करने से धन संग्रह करने में कामयाब रहता है।

4. कर्क लग्न – लग्नेश होकर लग्न में स्थित होता है मोती पहनने से जातक को स्वास्थ्य लाभ होता है। तथा उसे सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है।

5. सिंह लग्न – चन्द्रमा द्वादशेश होकर लग्न में स्थित होता है। मोती धारण करने से स्वास्थ्य में गिरावट,फिजूल खर्ची की आदत बढ़ सकती है। हर काम में रूकावट पड़ती है। मोती धारण न करें।

6. कन्या लग्न – चन्द्रमा लाभेश होकर लग्न में स्थित होता है। मोती धारण करने से धन लाभ में वृद्धि होती है। मोती अवश्य धारण करें।

7.तुला लग्न – चन्द्रमा लग्न में होने से जातक को कामकाज की कमी नहीं रहती। यश मान मिलता है। अतः मोती पहनना इस क्षेत्र में लाभ में वृद्धि करता है।

8. वृश्चिक लग्न – भाग्येश होकर लग्न में चीच राशि में स्थित होता है। अतः मोती धारण करना हानिकारक है।

9. धनु लग्न – चन्द्रमा अष्टमेश बन कर लग्न में स्थित होता है । अतः मोती धारण करने स्वास्थ्य हानि होगी ।

10. मकर लग्न – चन्द्रमा सप्तमेश बनकर लग्न में स्थित होता है। अतः मोती धारण करने से पत्नी सुख में वृद्धि होगी ।

11. कुम्भ लग्न – चन्द्रमा छठे घर मालिक बन जाता है अतः मोती पहनना हानिकारक है।

12.मीन लग्न – चन्द्रमा पंचमेश बनकर लग्न में स्थित होता है। अतः मोती धारण करने से बुद्धि तेज होती है। कन्या सन्तान होती है। विद्यार्थियों को विद्या लाभ होता है। मोती धारण इन क्षेत्रों मे लाभ की वृद्धि करता है।

                                           ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय                      9425203501

( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष विशेषज्ञ                    07714070168)

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