सूर्य ग्रह के उपाय, surya grah ke upay,
सूर्य ग्रह के उपाय | सूर्य को अनुकूल कैसे करें
सूर्य ग्रह का प्रभाव
सूर्य ग्रह Surya Grah का शुभाशुभ प्रभाव एवं सूर्य ग्रह के उपाय Surya Grah Ke Upay ——-
- सूर्य ग्रह Surya Grah : सूर्य ग्रह Surya Grah पिता, आत्मा समाज में मान, सम्मान, यश, कीर्ति, प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा का करक होता है। इसकी राशि है सिंह।
- यदि किसी इंसान के जन्म समय पर सूर्य की कमजोर स्थिति होती है तो सूर्य के अशुभ फल, surya ke ashubh phal, के कारण जीवन भर उसका भाग्य डांवाडोल ही रहता है।
- सूर्य ग्रह Surya Grah की अशुभ भावों में मौज़ूदगी से सूर्य के अशुभ फल, surya ke ashubh phal, जातक से पद-प्रतिष्ठा, वैभव, संपत्ति आदि छीन लेते है।
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- ऐसे में उचित ज्योतिष के सूर्य ग्रह के उपाय ( surya grah ke upay ) का प्रयोग करना चाहिए ताकि सूर्य के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाकर जिंदगी में सफलता पाई जा सके।
- कुंडली में अशुभ सूर्य ( ashubh surya ) होने पर आपको पेट, आँख, हृदय का रोग हो सकता है। अशुभ सूर्य ( ashubh surya ) होने पर सरकारी कार्य में भी बाधाएं उत्पन्न होती है।
- कुंडली में अशुभ सूर्य ( ashubh surya ) का लक्षण यह है कि मुँह में बार-बार बलगम इकट्ठा हो जाता है,बोलते समय कई बार थूक भी उछल जाता है, तथा आपके आत्मबल की कमी होती है।
- सूर्य के अशुभ फल, surya ke ashubh phal, के कारण सामाजिक हानि, अपयश, मन का दुखी या असंतुष्ट होना,घर में भैंस या लाल गाय हो तो उस पर संकट आता है।
- सूर्य के अशुभ फल, surya ke ashubh phal, के कारण पिता से विवाद या वैचारिक मतभेद बने रहते है।
- किन्तु जब आपकी कुंडली में ucch ka surya, उच्च का सूर्य, होता है, तो वह समाज में मान-सम्मान और नौकरी व कामकाज में स्थायित्व दिलाता है। ucch ka surya, उच्च का सूर्य, पिता का पक्ष मजबूत करता है और सरकारी कार्यों में भी किसी प्रकार की कोई बाधा या परेशानी नहीं आती।
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सूर्य गृह को अनुकूल बनाने के उपाय
यदि आपकी कुंडली में भी अशुभ सूर्य, ashubh surya है अर्थात सूर्य कमजोर है तो निम्नलिखित सूर्य ग्रह के उपाय, Surya grah ke upay करके सूर्य ग्रह Surya grahको मजबूत बनायें–
- सूर्य यंत्र :– सूर्य ग्रह के शुभ फलो हेतु सूर्य यंत्र को धारण करना चाहिए। इससे अज्ञान, दरिद्रता, भय, अपमान के योग दूर होते है, जातक को तेज, ज्ञान, सुख-सौभाग्य, धन और यश की प्राप्ति होती है।
इस भोज पत्र पर केसर से अनार की कलम से लिख कर ताम्बे या स्वर्ण के ताबीज में भरकर लाल सूती या लाल रेशमी धागे में बांध कर रविवार को शुभ समय में गले या बाँह में धारण करना चाहिए। एवं इस यंत्र को नित्य देखकर पढ़ना चाहिए।
- औषधि स्नान :– सूर्य ग्रह को अपने अनुकूल करने के लिए रविवार के दिन प्रात: जल में इलाइची, केसर, मुलेठी, लाल रंग के सुगन्धित पुष्प या रोली डालकर स्नान करने से सूर्य ग्रह के अनुकूल फल मिलते है।
- सूर्य तांत्रिक मन्त्र :– ऊँ हृां हृीं सः सूर्याय नमः।।
- सूर्य पौराणिक मन्त्र :– ऊं घृणिं सूर्याय नमः ।।
- उपरोक्त दोनों मंत्रो में से किसी भी एक मन्त्र का विधिवत जाप कराने से सूर्य देव के अशुभ फल निश्चय ही दूर होते है। सूर्य मन्त्र की कम से कम 7000 एवं अधिकतम 28000 जप पूर्णतया फलदाई होता है।
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- सूर्य देव के दान :– यदि कुंडली में सूर्य ग्रह अशुभ फल दे रहे हो तो रविवार के दिन प्रात: 10 बजे से पूर्व माणिक्य, गेंहू, गुड़, केसर, ताम्रपत्र, घी, लाल चन्दन, लाल वस्त्र, लाल पुष्प आदि किसी सात्विक ब्राह्मण को पूर्ण श्रद्धा से दक्षिणा सहित दान चाहिए, इससे सूर्य ग्रह के अशुभ फल दूर होते है, शुभ फल मिलने लगते है।
- सूर्य ग्रह को मजबूत करने, sury grah ko majbut karne के लिए पिता की सेवा और उन्हें सम्मान देना चाहिए। पैर छूकर पिता का आशीर्वाद लें।
- सूर्य ग्रह के उपाय, surya grah ke upay में सूर्य को जल चढ़ाना और विष्णु भगवान की पूजा करना श्रेष्ठ होता है।
- सूर्य ग्रह को अनुकूल surya grah ko anukul करने के लिए बहते पानी में गेहूं और बाजरा प्रवाहित करने और मुंह मीठा कर घर से निकलने से भी सूर्य का प्रभाव सकारात्मक होता है।
- सूर्य ग्रह के उपाय, surya grah ke upay में रविवार का व्रत करें, एवं नित्य भगवान श्री राम की आराधना करे।
- सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय, surya ko prasann karne ke upay में श्रेष्ठ है की रविवार को आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करे, एवं नित्य सूर्य देव को आर्घ्य दे, गायत्री मंत्र का जाप करे।
- सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय, surya ko prasann karne ke upay के लिए रविवार की दिन ताँबा, गेहूँ एवं गुड का दान करें। प्रत्येक कार्य का प्रारंभ मीठा खाकर करें।
- ताबें के एक टुकड़े को काटकर उसके दो भाग करें। एक को पानी में बहा दें तथा दूसरे को जीवन भर साथ रखें।
- सूर्य ग्रह को अनुकूल करने के लिए मंत्र (surya grah ko anukul) : ” ॐ ह्री ह्रौं सूर्याय नमः” या “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का 108 बार (1 माला) जाप करे|
- रविवार को सूर्य के नक्षत्रों में सूर्य ग्रह शांति, sury grah shanti हेतु मदार की समिधा (लकड़ी) आदि से हवन करवाना शुभ होगा।
- सूर्य ग्रह शांति, sury grah shanti के लिए ताम्बे के गोल टुकड़े पर केशर लगाकर गुलाबी वस्त्र में लपेटकर रविवार को अपने जन्म स्थान से पूर्ण दिशा में जाकर सूर्योदय के समय निर्जन स्थान में दबाना शुभ होगा।
- नित्य निम्नलिखित सूर्य के चमत्कारी 21 नाम स्मरण करने से मिलते है चमत्कारी लाभ —–
- नोट —-
- उच्च या बलवान ग्रह का रत्न धारण करे एवं नीच या कमजोर ग्रह को दान ,जप,एवं होम आदि से बली बनाये।
- यदि आपकी कुंडली में सूर्य नीच का या कमजोर होकर स्थित हो तो सूर्य का ग्रह कभी न धारण करें यदि बली होकर स्थित है तो किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर रत्न की प्राण प्रतिष्ठा कराकर शुभ समय में धारण करे शुभ रहेगा ।
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(1.) ॐ विकर्तन (2.) ॐ विवस्वान (3.) ॐ मार्तण्ड (4) ॐ भास्कर (5) ॐ रवि (6.) ॐ लोकप्रकाशक (7.) ॐ श्रीमान (8) ॐ लोकचक्षु (09) ॐ गृहेश्वर (10) ॐ लोकसाक्षी (11) ॐ त्रिलोकेश (12) ॐ कर्ता (13) ॐ हर्ता (14) ॐ तमिस्त्रहा (15) ॐ तपन (16) ॐ तापन (17)ॐ शुचि (18) ॐ सप्ताश्ववाहन (19) ॐ गभस्तिहस्त (20) ॐ ब्रह्मा (21) ॐ सर्वदेवनमस्कृत
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