ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय ( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष विशेषज्ञ )

दिन के हिसाब से करें शंख के साथ भगवान का पूजन

दिन के हिसाब से करें शंख के साथ भगवान का पूजन
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का बड़ा महत्व बताया गया है। वहीं पूजा में प्रयोग किए जाने वाले शंख का भी बड़ा महत्व होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार अमृत प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन के दौरान उससे प्राप्त होने वाले 14 रत्नों में से शंख की भी उत्पत्ति हुई थी। बता दें कि शंख मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को भी प्रिय है। इसे घर में रखने से सुख-समृद्धि आती है।

ज्योतिष शास्त्र में भी ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए हर दिन के अनुसार शंख का प्रयोग किया जा सकता है। ऐसा करके ग्रहों को अनुकूल बनाया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं ग्रहों को शुभ करने के लिए शंख का प्रयोग...

सोमवार का दिन भगवान शिव और चंद्र ग्रह का माना गया है। दूध को चंद्र का द्रव्य माना गया है। चंद्र को अनुकूल बनाने के लिए सोमवार के दिन शंख में दूध भरकर शिवजी को चढ़ाना चाहिए।

मंगलवार का दिन मंगल ग्रह का माना गया है। मंगल साहस और पराक्रम का कारक है। मंगल को अनुकूल बनाने के लिए, मंगलवार के दिन शंख बजाकर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।

बुध बुद्धि और वाकपटुता यानि वाणि का कारक माना गया है। बुधवार का दिन बुध ग्रह का माना गया है, इस दिन शंख में जल व तुलसी डालकर शालिग्राम का अभिषेक करें।

गरूवार के दिन शंख पर केसर से तिलक करके भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इससे आपका गुरू ग्रह शुभ फल प्रदान करता है। भगवान विष्णु और गुरू की कृपा से आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।

शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह का माना गया है। यह ग्रह धन-वैभव और भौतिक सुख सुविधाओं का कारक मना जाता है। शुक्र को मजबूत करने के लिए शंख को सफेद रंग के कपड़े में रखना चाहिए। इससे आपका शुक्र ग्रह बलवान होता है। 

ज्योतिष में सूर्य को मान-सम्मान का कारक माना जाता है। यदि किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो उसके सम्मान को ठेस पहुंच सकती है, पिता से संबंधों में दरार आती है। सूर्य की स्थिति अनुकूल करने के लिए रविवार के दिन शंख में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। 

ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय
( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष विशेषज्ञ )
संपर्क सूत्र :07714070168+9425203501

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